कविता , रायपुर : कारगिल विजय दिवस पर छत्तीसगढ़ के वीर सपूत लांस नायक कौशल यादव को श्रद्धांजलि दी गई। कौशल यादव सिर्फ 19 साल की उम्र में सेना में भर्ती हुए थे और कारगिल युद्ध के दौरान 5100 मीटर की ऊंचाई पर पांच पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था।
25 जुलाई 1999 को युद्ध में उन्होंने वीरगति पाई थी। कौशल यादव भिलाई के रहने वाले थे। बचपन से ही फौज में जाने का सपना देखा और पढ़ाई पूरी करने के बाद 9 पैरा स्पेशल फोर्सेज में भर्ती हो गए।
उनकी वीरता, कर्तव्यनिष्ठा और बलिदान के लिए उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनका साहस आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा है। कारगिल विजय दिवस पर पूरा छत्तीसगढ़ उनके अद्वितीय बलिदान को नमन करता है।

छत्तीसगढ़ के वीर सपूत कौशल यादव
बता दें कि भिलाई में प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद मात्र 19 वर्ष की आयु में भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट में भर्ती होकर देशसेवा का मार्ग चुनने वाले कौशल यादव को बचपन से ही फौज में जाने का शौक था।
उनकी लगन, बहादुरी और समर्पण ने उन्हें सेना के विशेष बल 9 पैरा (स्पेशल फोर्सेस) तक पहुंचाया, जो भारतीय सेना की सबसे पुरानी और विशिष्ट पैरा एसएफ इकाइयों में से एक है।









