भविष्य के युद्ध होंगे तकनीक-आधारित: CDS अनिल चौहान का बयान शांगरी-ला डायलॉग में

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बीते रविवार को भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि भविष्य के युद्ध चार प्रमुख तकनीकी प्रवृत्तियों पर आधारित होंगे। उन्होंने कहा कि युद्ध अब केवल हथियारों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और क्वांटम तकनीकों से संचालित होंगे। जनरल चौहान ‘शांगरी-ला डायलॉग 2025’ में ‘भविष्य की चुनौतियों के लिए रक्षा नवाचार’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि –

सभी क्षेत्रों में सेंसर्स का फैलाव, हाइपरसोनिक और सटीक हथियार प्रणालियाँ, मानव व रोबोट की संयुक्त टीमिंग और स्मार्ट युद्धक्षेत्र प्रमुख बदलाव होंगे। उन्होंने कहा कि तकनीक के लोकतंत्रीकरण से गैर-राज्य तत्वों को भी शक्ति मिली है, जिससे प्रॉक्सी युद्ध और अस्थिरता बढ़ रही है। भारत की रणनीति-प्रेरित आधुनिकीकरण नीति का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि देश ने निजी उद्योगों के सहयोग से आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन प्रणाली विकसित की है।

कार्यक्रम के दौरान भारत और फिलीपींस के रक्षा प्रमुखों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई, जिसमें समुद्री सुरक्षा और रक्षा तकनीकी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। जनरल चौहान पहले ही अमेरिका, जापान, फ्रांस, इंग्लैंड जैसे देशों के सैन्य प्रमुखों से भी मुलाकात कर चुके हैं उन्होंने ‘शांगरी-ला डायलॉग’ को वैश्विक स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा देने वाला मंच बताया और भारत की जिम्मेदार नवाचार और शांति के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई।

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Author: thelokmedia

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