“उद्यम टॉक्स” द लोक मीडिया का विशेष कार्यक्रम है, जहां हर कहानी प्रेरणा और सीख देती है। ऐसे में हम आपको बताते हैं एक ऐसे व्यक्ति के बारे में, जो न सिर्फ़ लोगों की तस्वीर संवारते हैं, बल्कि ब्रांड की पहचान को भी निखारते हैं।
वे हैं – क्षितिज चंद्राकर जी, जो इमेज कंसल्टेंट और ब्रांड कम्युनिकेशन एक्सपर्ट हैं। उनसे हुई बातचीत में उन्होंने हमें बताया कि वे कौन-सी बातें हैं जो किसी ब्रांड को भीड़ में भी अलग बनाती हैं।
तो आइए समझते हैं विस्तार से –
सवाल – “इमेज कंसल्टेंसी” क्या है?
जवाब – इमेज का मतलब है छवि। यह कि लोग आपके बारे में कैसी छाप बनाते हैं और आप खुद को उनके सामने कैसे प्रस्तुत करते हैं। चाहे अच्छी हो, बुरी हो या ब्रांड के अनुसार मनचाही – उसी प्रक्रिया को “इमेज कंसल्टेंसी” कहते हैं।
सवाल – आपका सफर कैसा रहा और शुरुआत कैसे हुई?
जवाब – लगभग 11 साल पहले मैंने अपने करियर की शुरुआत एक फैशन मॉडल के रूप में की थी। मैंने 500+ ब्रांड्स के साथ मॉडल, कोऑर्डिनेटर और कॉन्सेप्ट डिज़ाइनर के तौर पर काम किया। इस दौरान मैंने न सिर्फ़ खुद को, बल्कि अपने साथ काम करने वालों को भी ग्रूम किया।
सवाल – मॉडलिंग में सीखी गई बातें, इमेज कंसल्टेंसी में कितनी काम आती हैं?
जवाब – मॉडलिंग के दौरान मैं कई ब्रांड्स से जुड़ा, जिससे मेरा नेटवर्क बढ़ा और लोगों को समझने का मौका मिला। लगातार लोगों से मिलने से मेरा ऑब्ज़र्वेशन पावर भी बेहतर हुआ। इसके अलावा कैमरे के सामने सहज रहना और आत्मविश्वास दिखाना भी मैंने वहीं सीखा।
सवाल – “प्रोजेक्ट तस्वीर” के बारे में बताएँ।
जवाब – इसका सीधा मतलब है छवि और उसे बदलना। मेरा मानना है कि या तो आप देखने की नज़र बदलो या फिर लोगों की नज़रें बदल दो।
सवाल – रायपुर में इस प्रोफेशन का स्कोप कितना है?
जवाब – अभी लोग इस प्रोफेशन के बारे में ज़्यादा नहीं जानते, लेकिन रायपुर तेज़ी से विकसित हो रहा है। यहाँ professionals, entrepreneurs और creators की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे माहौल में सभी अपनी personality, grooming और communication skills पर ध्यान दे रहे हैं। आने वाले समय में रायपुर Central India का एक मज़बूत hub बनेगा, जहाँ image consultancy का स्कोप बहुत बड़ा है।
सवाल – बहुत से लोग क्रिएटिव फील्ड के लिए मेट्रो सिटीज़ जाते हैं, इस बारे में आप क्या कहेंगे?
जवाब – हाँ, ज़रूर जाना चाहिए। मैं भी गया था। क्योंकि यह जानना ज़रूरी है कि हम किस कुएँ में हैं, वहाँ कितनी गंदगी है और उसे साफ़ कैसे करना है।
सवाल – “First impression is the last impression” – ऐसे में first impression कितना मायने रखता है?
जवाब – First impression बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यही सामने वाले की perception तय करता है। साइंस कहता है कि किसी से मिलते ही पहले 7 से 10 सेकंड में लोग आपके बारे में राय बना लेते हैं। उस समय आपके words से ज़्यादा आपकी personality, dressing sense, body language और confidence बोलते हैं। अगर first impression अच्छा बन गया तो आगे की बातचीत और रिश्तों में सहजता रहती है, लेकिन शुरुआत कमजोर रही तो बाद में उसे बदलना मुश्किल होता है। इसलिए कहा जाता है – पहली छाप ही आपकी पहचान है।
कृतज्ञता के साथ कहा जा सकता है कि क्षितिज चंद्राकर जी सिर्फ़ एक इमेज कंसल्टेंट नहीं, बल्कि ऐसे मार्गदर्शक हैं जो लोगों को उनकी असली पहचान खोजने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
उनके विचारों से साफ़ झलकता है कि आज की personality सिर्फ़ outer look नहीं, बल्कि inner confidence और right communication का मेल है।
इस बातचीत से हमें यह सीखने को मिला कि सही image building न केवल career opportunities बढ़ाती है, बल्कि जीवन को नई दिशा भी देती है।
उनका सफर युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
लोक मीडिया का Udhyam Talks इस सफर को औरों तक पहुँचाने का एक माध्यम बना।
और हमें उम्मीद है कि ऐसे संवाद और भी लोगों को अपने सपनों को साकार करने की हिम्मत देंगे।
👉 आप क्षितिज जी का यह इंटरव्यू विज़ुअली देखना चाहते हैं तो ज़रूर देखें @thelokmedia के यूट्यूब चैनल पर
